मुझे अपने देश पर है।
दर्प
गर्व
आजकल अधिकतर घरेलू यंत्र से चलते हैं।
तड़ित
बिजली
मैं दर्ज़ी के पास अपने सिलवाने जा रहा हूँ।
कपड़े
चीर
में आकाश में तारे चमकते हैं।
रात
रजनी
मैं अपना स्कूल का कर रहा हूँ।
निकेतकार्य
गृहकार्य