के जीव-जंतु उसका अपार खज़ाना होते हैं।
संदूक
समुद्र
अयोध्या छोड़कर वन में चले गए।
विष्णु
राम
चार दिन से में पेट्रोल नहीं था।
कार
साइकिल
प्यार से बैल पर हाथ फेरने लगा।
गाड़ीवान
चालाकी