लोकोक्तियों को उनके सही अर्थ से मिलाइए।
खोदा पहाड़ निकली चुहिया
ऊँची दुकान फीका पकवान
जिसकी लाठी उसकी भैंस
आम के आम गुठलियों के दाम
जो गरजते हैं वो बरसते नहीं
बहुत परिश्रम का थोड़ा फल
नाम के अनुसार गुण न होना
शक्तिशाली की जीत होती है
दोहरा लाभ
बोलने वाले ठोस काम नहीं करते